बड़प्पन

जो बैठे हैं शिखरों परनहीं सबके पाँव में छाले हैं,ऊपर चमक रही है कायापर अन्दर दिल बड़े काले हैं। हर सफल नहीं है समग्र पूज्यसब नहीं सच्चे साधन वाले हैं,“मैं” पर टिका साम्राज्य है जिनकाचने सब घने बजने वाले हैं। अपना ईष्ट बना लो तुमकहाँ वो मानव ऊँचे वाले हैं,शिष्यों की जो थामे उँगलीकहाँ गुरुContinue reading “बड़प्पन”

प्रेम निवेदन

एक निवेदन तुमसे हैकरना तुम स्वीकार प्रिये,प्रेम रत्न से सदैव तुमकरना अपना श्रृंगार प्रिये। यह जीवन का सूर्य प्रखरशीतल हो तुम छाँव प्रिये,मैं पृथ्वी सा घूमूँ नित्यधुरी तुम मेरा तुम आधार प्रिये। मैं निःशक्त हो चला था शिथिलआशा का तुम आगार प्रिये,मरुस्थल की मरीचिका मेंउपवन का तुम उपहार प्रिये। स्पर्श तुम्हारा नहीं आभासीतुम सत्यता काContinue reading “प्रेम निवेदन”

सारा प्यार हमारा

सारा प्यार हमारा है आज तुम्हारे आँगन मेंहर एक चाँद हमारा है आज तुम्हारे आँगन में बोल रही हैं चुप होठों सेआँखें तुम्हारी भोलीतन्हा चलती जो साँसेंवो संग तुम्हारे हो लींसारा प्यार हमारा…… साथ नहीं तो ग़म क्याहै दिल में तुम्हारे एक घरकाश कहीं रूक जाताये प्यार का सुंदर सागरसारा प्यार हमारा….. हँसते हो क्याContinue reading “सारा प्यार हमारा”