बड़ी दूर हमारी बात चली

 अल-सुबह हमारी रात चलीबड़ी दूर हमारी बात चली देख गेसू के निशाँ तकिये परआँखों से बरसात चली एक कतरा तुम्हारी साँसों कामेरी यादों की बारात चली महक दिल पर तुम्हारी बातों कीफिर कोई न मेरी बात चली वो उछला तुम्हारा जो किस्सामेरी न कोई बात चली भर के रखे यादों के गुच्छे मैंनेघर तेरे न मेरीContinue reading “बड़ी दूर हमारी बात चली”

Together on this boat we sail!

Together on this boat we sailReconciling the life so frailNeither a friendNor a foeWhat we are?We do not know! Its such a fun to be nescientExploring all that comes our wayGetting to knowThat we never knewFinding all inside usThat was never seen;Playing the game with no rulesWorking hard,making no foolsNurturing our desires to a pointWhettingContinue reading “Together on this boat we sail!”

लापता कर गये

ढूंढते थे पता मेरा कल जो  कभी,लोग वो ही मुझे लापता कर गये । दे दी सज़ा हमने सह भी लिया,ना जाने क्या हम ख़ता कर गये। जिनकी महफ़िल की मैं कभी शान था,वो ही आशिक़ हमें बेवफा कर गये। रंग हथेली पर प्यार का जो चढ़ना ही था,मेंहदी मेरी मोहब्बत की क्यों फना कर गये। इससेContinue reading “लापता कर गये”

इत्तेफ़ाकन वो दिन याद आया आज

इत्तेफ़ाकन वो दिन याद आया आज जब चाय की चुस्कियां मैं बिन पिये ले लेता था  आज भी पीते  हैं मेरे जानने वाले  पर इस महफ़िल में वो बेतकल्लुफ़ी कहाँ  बेहिचक कन्धों पर दोस्तों के रख देता था सिर  अब ज़िन्दगी में वो बेतकल्लुफ़ी कहाँ  अलग निशाँ ढूढनें को चल पड़े सब  वो जो कल थाContinue reading “इत्तेफ़ाकन वो दिन याद आया आज”

क्या हो गया

फ़िक्र इतनी है क्यों आज अंजाम कीवक़्त आग़ाज़ के कुछ तो सोचा ना थाथा वफ़ा का जो रंग सुर्ख लाल सापल में सूखा,भला ऐसा क्या हो गया वो जगह,वो समाँ और मैं भी वहीहै ज़माना भी सब,पर मेरा आशिक नहींकुफ्र मुझसे ना जाने है क्या हो गयामेरा मालिक जो मुझसे जुदा हो गया मुफलिसी मेंContinue reading “क्या हो गया”

कहाँ तुम चले गए?

तुम चले जाओगे तब सोचेंगे,हमने क्या खोया हमने क्या पाया  आज संगीत की विधा ने एक चमकता हुआ सितारा सदैव के लिए खो दिया. ग़ज़ल-ए-आज़म जगजीत सिंह के लिए आज की सुबह उनके जीवन की आखिरी सुबह साबित हुई. उन्होंने इस नश्वर जगत को तो अलविदा कह दिया किन्तु अपनी महानता के परिचायक ऐसे असंख्यContinue reading “कहाँ तुम चले गए?”