गोली से हत्या हो सकती है
प्रेम नहीं;
प्रेम उत्सर्ग है अहं का
प्रेम विलय है
तुम में मैं का;
प्रेम यात्रा है उस बिंदु की
जिसका विस्तार है ये संसार;
अंततः, प्रेम है
उन्हीं बिंदुओं से मिल कर बनीं
समानांतर सरल रेखायें
जो बिना एक दूसरे को काटे
सदैव साथ चलती हैं!
– अशान्त