माँ से शिकायत

मेरी माँओं से शिकायत है

वो अपने बेटों को खाना बनाना नहीं सिखातीं
वो अपने बेटों को कपड़ा सिलना नहीं सिखातीं;
रोटी और कपड़ा जीवन के मूलभूत प्रश्न हैं
जिनके उत्तर जीने के लिये
पता होना आवश्यक है।
उससे अधिक शिकायत है
मुझे बेटों से
जो इन प्रश्नों के उत्तर नहीं ढूंढ़ते
या जान कर भी भूल जाते हैं सब!
प्रकृति भेद नहीं करती
संस्कृति को भी नहीं करना चाहिये।
– अशान्त 

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