अर्थ बदल जाते हैं
बदलती हैं भावनायें भी
जो पावन था कभी
हो जाता है पतित;
तुम्हारे एक झूठ और
बनावटी चरित्र ने,
एक ज़िंदा पेड़ मेँ
सुलगता चूना दाल दिया।
बदलती हैं भावनायें भी
जो पावन था कभी
हो जाता है पतित;
तुम्हारे एक झूठ और
बनावटी चरित्र ने,
एक ज़िंदा पेड़ मेँ
सुलगता चूना दाल दिया।
-प्रशान्त