दीवार पर लगा पेण्ट

मेरी दीवार पर लगा पेण्ट
उधड़ गया है
लगता है कोई भिखारी
अकड़ गया है।

ओ. एम. आर. के  काले गोले
बढ़ रहे हैं
प्रतियोगी होकर छात्र  कोठरी में
सड़  रहे हैं।

एक और व्रत रखा माँ ने
मेरे नाम का
बेटा अगर रहा निकम्मा
तो फिर किस काम का।

-प्रशान्त 

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